tag:blogger.com,1999:blog-3438070479130677781.post3911932680457496033..comments2024-03-26T12:45:34.719+05:30Comments on मैनें आहुति बनकर देखा..: नये ईसवी वर्ष की मंगलकामनायेंकार्तिकेय मिश्र (Kartikeya Mishra)http://www.blogger.com/profile/03965888144554423390noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-3438070479130677781.post-64049226073284329682009-12-23T22:15:14.705+05:302009-12-23T22:15:14.705+05:30सुन्दर है! और का कहें पिछले साल के लिये। कैलाश गौत...सुन्दर है! और का कहें पिछले साल के लिये। कैलाश गौतमजी दिखे तो सुन्दर कहना ही पड़ा!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3438070479130677781.post-7817214907194435762009-01-06T01:51:00.000+05:302009-01-06T01:51:00.000+05:30नववर्ष की शुभकामनाएं ! सब कुछ भूलकर सर्दी में घर प...नववर्ष की शुभकामनाएं ! सब कुछ भूलकर सर्दी में घर पर आनंद लो इससे अच्छा समय नहीं हो सकता बाकी ब्लॉग्गिंग, टिपण्णी तो सब मोह माया है :-)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3438070479130677781.post-26400656006805212672009-01-02T12:16:00.000+05:302009-01-02T12:16:00.000+05:30नये वर्ष में और अच्छा लिखो यही शुभ कामनायें हैं.नये वर्ष में और अच्छा लिखो यही शुभ कामनायें हैं.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3438070479130677781.post-86571074109129619282009-01-01T21:50:00.000+05:302009-01-01T21:50:00.000+05:30मकर संक्रान्ति को तो हम बाद में जान पाये। गाँव में...मकर संक्रान्ति को तो हम बाद में जान पाये। गाँव में तो हम पुरबिए इसे ‘खिचड़ी’ कहते हैं। गोरखनाथ मन्दिर में खिचड़ी के चावल का चढ़ावा चढ़ता है और घर-घर में सुबह-सुबह नहाकर खिचड़ी खायी जाती है। धूप न निकल रही हो तो मजा खराब हो जाता है। खै आप मजा लेने जाओ साथ में कैलाश गौतम जी की तर्ज पर ये ताजा लाइनें आप के प्रिय शगल को समर्पित है...<BR/><BR/>खिंचड़ी खाकर धूप सेंकना लाई-तिल के साथ वहाँ,<BR/>जहाँ उड़े डण्डे से गिल्ली, अच्छी है जी अच्छी है।<BR/><BR/>बच्चे आठ दिए थे लेकिन ठण्ड लग गयी चार मरे,<BR/>घुरहू के घर की वो पिल्ली, अच्छी है जी अच्छी है।<BR/><BR/>शुभकामनाएं।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3438070479130677781.post-35599023978158190412009-01-01T20:16:00.000+05:302009-01-01T20:16:00.000+05:30नववर्ष मंगलमय हो। सँक्रांति का ढ़ूंढ़ी-तिलवा लाइयेगा...नववर्ष मंगलमय हो। सँक्रांति का ढ़ूंढ़ी-तिलवा लाइयेगा!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3438070479130677781.post-74883561724377926582009-01-01T20:05:00.000+05:302009-01-01T20:05:00.000+05:30नव वर्ष की आप और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामना...नव वर्ष की आप और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं !!!नया साल आप सब के जीवन मै खुब खुशियां ले कर आये,ओर पुरे विश्चव मै शातिं ले कर आये.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3438070479130677781.post-37975746582193556672009-01-01T19:48:00.000+05:302009-01-01T19:48:00.000+05:30कोई बात नही.. जल्दी से आइये आपका इंतजार है.. :)और ...कोई बात नही.. जल्दी से आइये आपका इंतजार है.. :)<BR/>और हाँ गजल भी अच्छी है जी अच्छी है.. :)PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.com